Nana Patole: कांग्रेस के महाराष्ट्र अध्यक्ष नाना पटोले ने शिवसेना (उबाठा) के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि वह इस अखबार को नहीं पढ़ते और इसे लेकर कोई टिप्पणी करना नहीं चाहते.
Congress Vs ShivSena: कांग्रेस पार्टी के महाराष्ट्र अध्यक्ष नाना पटोले ने सोमवार (10 फरवरी) को शिवसेना (उबाठा) के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय पर कड़ा जवाब दिया है. संपादकीय में दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) पर सवाल उठाए गए थे. पटोले ने कहा कि उन्होंने कभी ‘सामना’ को पढ़ा ही नहीं है और वे इसे लेकर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते.
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने अपने संपादकीय में आरोप लगाया था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और आप के एक-दूसरे से भिड़ने की वजह से भाजपा को फायदा हुआ. संपादकीय में ये भी सवाल उठाया गया था कि अगर विपक्षी दल एक-दूसरे के खिलाफ ही चुनाव लड़ते रहें तो गठबंधन का क्या मतलब है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए नाना पटोले ने कहा कि भाजपा का कोई स्थायी गठबंधन नहीं है और ये गठबंधन विचारधारा के आधार पर काम करता है.
कांग्रेस और गठबंधन दलों का उद्देश्य भाजपा से मुकाबला-पटोले
नाना पटोले ने कांग्रेस की विचारधारा पर लगाए गए आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि यह गलत है. उन्होंने जोर देकर कहा कि कांग्रेस और उसके गठबंधन के घटक दलों का लक्ष्य भाजपा से मुकाबला करना है और यही वजह है कि गठबंधन में विचारधारा के अंतर के बावजूद पार्टियां एक साथ काम करती हैं. पटोले ने आगे कहा कि कांग्रेस का गठबंधन स्थायी नहीं है बल्कि ये विचारधारा पर आधारित है.
पटोले और राहुल गांधी की मुलाकात
पटोले ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की जहां आंगनवाड़ी सेविकाओं के विषय पर चर्चा की गई. पटोले ने कहा कि राहुल गांधी ने उन्हें आश्वासन दिया कि इस मुद्दे को जल्द ही सदन में उठाया जाएगा और कांग्रेस इस पर गंभीर ध्यान देगी.